Friday, March 5, 2010

एक अधूरा सा एहसास



आज दिन अधूरा है
शब् अधूरी सी
चाँद अधूरा है
काएनात अधूरी सी
अधूरे रास्ते हैं
मंजिलें अधूरी सी
मैं अधूरी हूँ
ज़िन्दगी अधूरी सी........!

अधूरे लफ्ज़ हैं
दास्ताँ अधूरी सी
अधूरा आसमा
ज़मी अधूरी सी
अधूरे गाँव हैं
अंगनाईयां अधूरी सी
मैं अधूरी हूँ
ज़िन्दगी अधूरी सी........!


अधूरे बचपन हैं
जवानियाँ अधूरी सी
अधूरे जश्न हैं
तन्हाईयाँ अधूरी सी
अधूरे जिस्म हैं
परछाइयाँ अधूरी सी
मैं अधूरी हूँ
ज़िन्दगी अधूरी सी.........!


अधूरे बाग़ हैं
फुलवारिया अधूरी सी
अधूरे राज़ हैं
पोशीदगी अधूरी सी
अधूरे रंज हैं
संजीदगी अधूरी सी
मैं अधूरी हूँ
ज़िन्दगी अधूरी सी........!
अधूरी खुशियाँ हैं
गम्गीनियाँ अधूरी सी
अधूरा रंग है
रंगीनियाँ अधूरी सी
अधूरी जीत है
नाकामियां अधूरी सी
मैं अधूरी हूँ
ज़िन्दगी अधूरी सी........!


अधूरी बातें हैं
खामोशियाँ अधूरी सी
अधूरा होश है
मदहोशियाँ अधूरी सी
अधूरी नजदीकियां हैं
दूरियां अधूरी सी
मैं अधूरी हूँ
ज़िन्दगी अधूरी सी........!

1 comment: